बिहार में शराबबंदी के बाद ऐसा बोला गया, कि इससे राज्य में सबकुछ ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा कुछ फिलहाल तो होता हुआ नज़र नहीं आ रहा है। असल में जो लोग शराब पीने के आदी हैं वो अपनी इच्छा पूरी करने के तमाम उल्टे-सीधे तरीके अपना रहे हैं। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला हादसा उस वक्त सामने आया जब जहरीली शराब ने 15 लोगों की ज़िंदगी को हमेशा-हमेशा के लिये मौत की गोद में सुला दिया। असल में गोपालगंज जिले से 15 लोगों की मौत की ख़बर सामने आई, शुरूआती खबरों में कहा गया कि इन लोगों को पेट दर्द हुआ और उसके बाद उल्टियां होने लगीं। मगर जब इनके परिवार वालों से पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इन लोगों ने शराब पी रखी थी।
वैसे शुरूआत में इस दुखद घटना में कम लोगों की मौत बताई जा रही थी, लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर तकरीबन 15 हो गया है। वैसे भले ही घरवाले इन मौतों के लिये ज़हरीली शराब की बात कह रहे हों, लेकिन शासन और प्रशासन की तरफ से अभी तक इस मामले में जहरीली शराब की बात नहीं कही गई है। फिलहाल तो मामले की जांच के लिये एक कमेटी का भी गठन कर दिया गया है। याद रहे कि इसी साल अप्रैल में नीतिश सरकार ने राज्य में हर तरह की शराब को पूरी तरह से बैन कर दिया था। उसके बाद शराब को लेकर कड़े कानून भी बनाये गये लेकिन इस तरह के वाक्य के बाद तो लगता है, कि जमीनी स्तार पर उतनी मज़बूती के साथ काम नहीं किया जा रहा, जिसके दावे किये जा रहे हैं।
बहरहाल गोपालगंज के गांव खजूरवाड़ी में घटी इस घटना ने बिहार में शराबबंदी को लेकर हो रही बहस को तेज़ कर दिया है। अब देखना यह होगा कि बिहार सरकार की तरफ से इस मामले पर क्या कुछ कहा जाता है।