2020 की दूसरी छमाही में लगातार पांचवें महीने में भारती एयरटेल ने 4G बाजार में तहलका मचाने वाली रिलायंस जिओ को मात दी है. हाल ही में टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी के द्वारा रिलीज किए गए डाटा के मुताबिक, दिसंबर माह में भारती एयरटेल ने कुल 40 लाख से अधिक वायरलेस सब्सक्राइबर को जोड़ा है. जबकि इसके मुकाबले जिओ ने मात्र 470000 मोबाइल सब्सक्राइबर को जोड़ा है. जबकि भारत की तीसरी सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी Vodafone Idea के इस दौरान 57 लाख से अधिक सब्सक्राइब घटे है.
यदि कुल यूजर बेस की बात की जाए तो टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी के अनुसार भारती एयरटेल के 33 करोड़ 80 लाख से अधिक सब्सक्राइबर है जबकि रिलायंस जिओ के 40 करोड़ और जबकि तीसरी सबसे बड़ी मोबाइल सर्विस प्रदाता कंपनी वोडाफोन आइडिया के 28 करोड से अधिक मोबाइल सब्सक्राइबर है.
रिपोर्ट के मुताबिक यदि एक्टिव यूजर्स की बात की जाए तो भारती एयरटेल के 97 फ़ीसदी से अधिक उपभोक्ता एक्टिव सब्सक्राइबर, वोडाफोन के 90 फीसदी और रिलायंस जिओ के 80 फीसदी से अधिक उपभोक्ता एक्टिव है
जबकि बाजार में वर्ष 2016 में अपनी 4G सर्विस के बाद तहलका मचाने वाली रिलायंस जिओ के लिए यह पहला मौका है जब लगातार 5 महीने उसके सब्सक्राइबर बेस एयरटेल के मुकाबले कम तेजी से बढ़ रहा है. लाभ की बात की जाए तो टेलीकॉम क्षेत्र में जिओ सबसे अधिक लाभ कमाने वाली कंपनी है जिसका दिसंबर तिमाही का मुनाफा 3400 करोड़ से अधिक रहा था. जबकि इसकी प्रतिद्वंदी कंपनी भारती एयरटेल का मुनाफा 800 करोड़ के आसपास रहा था. जबकि इसी दौरान प्रतिद्वंदी कंपनी vodafone-idea को अपनी कमजोर नेटवर्क और सब्सक्राइब करो में कमी के चलते 4.5 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा.
टेलीकॉम इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स के मुताबिक किसान आंदोलन के चलते जियो को कुछ नुकसान उठाना पड़ रहा है लेकिन आगे बड़े स्तर पर मुकाबला जिओ और एयरटेल पर ही होने वाला है जिसमें 5G टेक्नोलॉजी इन हाउस जिओ ने डेवलप की है. जिससे जिओ 5G की रेस में एयरटेल से थोड़ा आगे निकलती हुई दिखाई दे रही है.