मदुरई से चंडीगढ़ जाने वाली चेन्नई एक्सप्रेस को सहारनपुर पहुंचने से पहले ही नागल-टपरी के बीच में रोक लिया गया। उसमें लगभग डेढ़ दर्जन बदमाश चढ़कर हथियारों के बल पर कोच के यात्रियों का सामान लूटने लगे। लेकिन इसी बीच जीआरपी पुलिस वहां पहुंच गई, जिसके बाद दोनों में जमकर फायरिंग हुई और बदमाश वहां से भाग निकले। इस तरह जीआरपी पुलिस की बहादुरी से यात्रियों के जान और माल की सुरक्षा हुई। आपको बता दें कि सहारनपुर के नागल व टपरी के बीच चेन्नई एक्सप्रेस ट्रेन को चैन पुलिंग कर रोक लिया गया।
चैन पूलिंग करने वाला व्यक्ति इस ट्रेन में पहले से ही चढ़ गया था जिसने खेत में छुपे अपने साथियों के इशारे के बाद ट्रेन की चैन पूलिंग की। जिसके बाद ट्रेन में लगभग डेढ दर्जन हथियार बंद बदमाश चढ़ गए और यात्रियों के साथ लूट-पाट और मार-पीट शुरू कर दी। उसी बीच ट्रेन में मौजूद जीआरपी के जवानों ने उन बदमाशो का विरोध किया तो, बदमाशों ने जीआरपी पुलिस पर ही फायरिंग कर दी। जिस पर जवाबी कार्यवाही करते हुये जीआरपी पुलिस ने भी उन पर फायरिंग की जिसमें कि लगभग 30 राउंड गोलियां चली। पुलिस की तरफ से जवाबी कार्यवाही होते ही बदमाशों के हौंसले पस्त हो गए और वो मौके से भाग निकले।
उन बदमाशों के भाग जाने और ट्रेन के चलने के बाद यात्रियों ने चैन की सांस ली। इस बीच सभी यात्रियों की सांसे अटकी रही जब ट्रेन रवाना हुयी तब जाकर यात्रियों की जान में जान आई। यहां सबसे बड़ी बात ये है कि बदमाशों की सुचना के बाद भी सहारनपुर जीआरपी पुलिस मौके पर फोर्स बहुत देर में पहुंची। वहीं जीआरपी पुलिस द्वारा 30 राउंड गोली चलाने पर एक भी बदमाश ना तो मारा गया और ना ही घायल हुआ, जो कि कहीं न कहीं इस पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।
विरेंद्र कुमार