अभिनव शाल्य
देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी के साथ साथ कोरोना के वैक्सीन की भी मांग लगातार बढ़ती जा रही है. महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से वैक्सीन की कमी की लेकर आ रही खबरों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दोनों राज्यों को जमकर लताड़ लगाई है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश के अंदर कोरोना वायरस के वैक्सीन की बिल्कुल भी कमी नहीं है. वहीं कुछ सरकार है केवल अपनी नाकामी छुपाने के लिए जनता में दहशत फैलाने की कोशिश कर रही है.
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वहीं केंद्रीय मंत्री ने महाराष्ट्र का नाम लेकर कहा कि महाराष्ट्र महामारी के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने में बार-बार विफल रहा है. उन्होंने आगे का आगे जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए भारत सरकार की अक्षमता समझ से परे है वहीं उन्होंने कोरोना वैक्सीन पर बोला कि वैक्सीन की आपूर्ति की निगरानी रियल टाइम दिस इस पर की जा रही और राज्य सरकारों को नियमित रूप से इससे अवगत किया जा रहा है..
महाराष्ट्र ने गिराया स्तर
स्वास्थ्य मंत्री ने मारा सरकार पर बड़ा आरोप लगाया कि वैक्सीन की कमी का आरोप निराधार है उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र सरकार का खराब रवैया महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना केस का कारण है.
वहीं उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने निजी वसूली के लिए लोगों को संस्थागत को Quarantine से छूट देकर लोगों को खतरे में डाल रही है.
अपना ध्यान स्वास्थ्य महामारी से निपटने में लगाए
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ के नेताओं की टिप्पणियों को सुना है जिनका उद्देश्य टीकाकरण को लेकर गलत सूचना और लोगों में दहशत फैलाना है. कोरोना पर हो रही मौतों पर उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले दो-तीन हफ्तों में बड़ी संख्या में मौतों का आंकड़ा देखने को मिल रहा है. इस पर राज्य सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. वहीं उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार ने डीसीजीआई द्वारा आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने के बावजूद कोवैक्सीन का उपयोग करने से इंकार कर दिया.
इसके साथ-साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कर्नाटक राजस्थान, गुजरात पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि इन राज्यों को अपने टेस्टिंग में और सुधार करने की जरूरत है ताकि कोरोना कम किया जा सके.