आपको बता दें कि सहारनपुर में इन दिनों आईटीआई की परीक्षा चल रही हैं मगर परीक्षा शुरू होने से पहले ही बच्चों के पास उत्तर पुस्तिका पहुंचाई जा रही हैं। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर नियम कानून को ताक पर रखकर प्राइवेट आईटीआई वाले मोटी रकम वसूलकर परीक्षाओं में नक़ल करवा रहे हैं। नकल की इस भयावह स्थिती को आप इन वीडियो और तस्वीरों में देख सकते हैं। वहीं राजकीय आईटीआई के प्रधानाचार्य टी पी कौशिक जो कि नक़ल विहीन परीक्षा करवाने का दावा कर रहे हैं, वो भी उसी सेंटर के सी सी पी आर्य कन्या इंटर कालेज पर मौजूद मिले जहां पर नक़ल की सूचना मिली थी और जहां पर फिटर ट्रेड की परीक्षा चल रही थी।
मौके पर मीडिया के पहुंचने पर प्रधानाचार्य महोदय बौखला गये और बदतमीजी पर उतर गये। यहां प्राइवेट आईटीआई वालों की चांदी ही चांदी हो रही है। प्रत्येक बच्चे से उत्तर पुस्तिका के बदले हज़ारों रूपये वसूले जा रहे हैं। सवाल उठता है कि अगर इसी तरह से नकल कराई जाती रही, तो परीक्षाओं में पास होने वाले बच्चों का भविष्य क्या होगा। वहीं शिक्षक ही शिक्षा माफिया बन बैठे हैं, जो अपने हाथों से बच्चों को अंधकार में धकेल रहे हैं। मेरठ के बाद सहारनपुर आईटीआई के शिक्षा माफियाओं का अड्डा बन गया।
जगह जगह खुले हुए आईटीआई की दुकानें जहां पर पैसे के बल पर दाखिला मिलता है और फिर नक़ल करवाकर पास भी करवाया जाता है। बहरहाल यही कारण है कि आइटीआइ पास अभ्यर्थी आज बेरोजगार बने यहां-वहां धक्के खाने को मजबूर हैं।
विरेंद्र