किसान आंदोलन की फंडिंग शुरू से ही शंकाओं के घेरे में थी. सरकार ने भी कल सुप्रीम कोर्ट में साफ कर दिया था कि उसके पास इस बात के सबूत भी है. आज खालिस्तानी आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ की चिट्ठी सामने आयी है. जिसका सरगना खालिस्तानी आतंकी गुरपतंवत सिंह पान्नू है. चिट्ठी में कहा गया है सिंधु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों में से जो भी 26 जनवरी को इंडिया गेट पर खालिस्तान का झंडा दिखता है. उसे संगठन की तरफ से 250,000 लाख डॉलर का ईनाम दिया जायेगा. चिट्ठी में आगे लिखा गया कि मोदी सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में परेड के साथ एक केसरी ट्रेक्टर रैली भी निकली जाये. जिसके लिए हम सारा सपोर्ट मुहैया करायेगे.
झंडा फहराने पर यूके में बसाने की बात
यूएन रिफ्यूजी कन्वेंशन 1951 के तहत जो भी झंडा फहराता है उसे पूरी लीगल सहायता मुहैया कराई जाएगी. उसके साथ ही उसे और उसकी फॅमिली को यूके बसाने की व्यवस्था भी की जाएगी. ऐसा चिट्ठी में कहा गया है.
आपको बता दे, सरकार पहले से ही यह कह रही है कि किसान आंदोलन में कुछ प्रतिंबंधित संगठन घुसपैठ कर चुके है. ऐसे में यह चिठ्ठी इस बात को सच साबित कर एही है.