नईदिल्ली: ओडिसा के कालाहांड़ी की घटना ने लोगो को चौका दिया हैं। ग्रामीण इलाके के एक आदिवासी इंसान नें अपनी पत्नी के शव को कन्धे में लेकर 12 किमी तक पैदल यात्रा की। दरअसल उस आदिवासी युवक के पास गाड़ी में पत्नी के शव को लेकर जाने के लिए पैसे नही थे और अस्तपाल प्रशासन नें उसे वाहन देने से इंकार कर दिया था।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की मानें तो आदिवासी युवक का नाम माझी हैं। बुधवार को अपनी पत्नी के शव को भवानीपुरा के अस्पताल से 12 किमी पैदल चलकर अपने गाँव ले जा रहा था। उसके साथ उसकी बेटी भी थी। जबकि अस्पताल से कालाहांड़ी की दूरी 60 किमी हैं।
माझी नें बताया कि उसनें अपनी पत्नी के शव को गांव ले जाने के लिए सबसे मिन्नतें की मगर किसी नें उसकी मदद नहीं की। तब माझी के पास अपनी पत्नी को पैदल ले जाने के शिवा कोई रास्ता नहीं था। पैदल गांव की तरफ आते वक्त कुछ लड़को नें उन्हें असहाय देखकर स्थानीय प्रशासन से बात की जिसके बाद उन्हें एमबुलेन्स में ले जाया गया।
जबकि कालाहाड़ी के कलेक्टर ने दावा किया कि माझी नें एमबुलेंस के इतेजाम करने तक इंतजार नहीं किया। मगर यह कोई पहली घटना नहीं थी इसके पहले भी कई बार लोगों नें शव को ट्रांसपोर्ट के जरिए ले जाना पड़ा हैं। बता दे कि पहले भी एक परिवार नें अपनी बेटी को ट्राली रिक्शा के जरिए ले जाना पड़ा था। कोई भी युवक उस वक्त इनकी सहायता के लिए आगे नहीं आया था।
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