गुजरात मे आप को लगा झटका, 6 पार्षदों ने भाजपा का दामन थामा कहा पार्टी मे अब सिर्फ ….

आम आदमी पार्टी की मुसीबत कम होने का नाम नही ले रही है. केजरीवाल का कुनबा दिन प्रति दिन कम होते जा रहा है. आप के कुछ नेता जेल मे है और जो बच गए है वो पार्टी छोड़ने के लिए तल पापड़ होते जा रहे है. केजरीवाल का नाम अब नई शराब नीति के घोटाले मे आ रहा है अभी वह इस मुद्दे से परेशान ही थे. तब तक केजरीवाल के लिए बुरी खबर गुजरात से आ गयी. जिस गुजरात ने उन्हे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाया उसी गुजरात के आप नेताओं मे भगदड़ मच गयी है. क्या है पुरी खबर बताते है आपको …….. गुजरात में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा. गुजरात के सूरत शहर में आम आदमी पार्टी  को झटका देते हुए स्थानीय निकाय में उसके छह पार्षद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं. इन पार्षदों ने गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी की मौजूदगी में शुक्रवार देर रात भाजपा का दामन थाम लिया था. फरवरी 2021 में सूरत नगर निगम चुनाव में ‘आप’ ने शानदार प्रदर्शन किया था और 120 सदस्यीय नगर निगम में 27 सीटें जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनी थी. भाजपा को 93 सीटें हासिल हुई थीं, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया था.इससे पहले, ‘आप’ के पांच पार्षद फरवरी 2022 में भाजपा में शामिल हो गए थे, लेकिन उनमें से एक पार्टी में लौट आया था. अब 6 और पार्षदों के सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल होने से नगर निगम में ‘आप’ के सदस्यों की संख्या घटकर 17 रह गई है. स्वागत समारोह में सांघवी ने बताया कि ‘आप’ पार्षदों ने अपनी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और भाजपा में शामिल हो गए हैं. दलबदल कर चुके आप नेताओं ने कहा की आज ‘आप’ का असली चेहरा देश के सामने आ गया है. जिस तरीके से ‘आप’ नेताओं ने गुजरात और राज्य के लोगों का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, उसे देखते हुए पार्टी के पार्षद अपने वार्डों के विकास का संकल्प लेकर भाजपा में शामिल हो गए हैं. भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति के लक्ष्य के साथ आप सत्ता मे आयी थी. लेकिन कई बार ऐसा होता है की राजनीति मे आने का लक्ष्य कुछ और होता है, लेकिन बाद मे लक्ष्य बदल जाता है.