Rahul Gandhi Cambridge lecture : भाजपा सांसद निशीकांत दुबे की बड़ी मांग कहा की राहुल ने देश का अपमान किया है, संसद सदस्यता रद्द होनी चाहिए……

देश की संसद मे बजट सत्र का दुसरा सेशन चल रहा है. लेकिन रोज सदन की कार्यवाही शुरु होती है लेकिन बिना किसी कार्य के ही स्थगित हो जा रही है. सदन मे कार्यवाही ना होने की वजह से रोज करदाताओ का पैसा पानी हो रहा है. अब आप सोचेंगे की ऐसा क्यों हो रहा है तो इसका मूल कारण है, कांग्रेस के प्रथम परिवार के युवराज राहुल गांधी. जैसा आप दर्शको को पता ही है कि राहुल गांधी अभी अपने विदेश दौरे पर थे, यह दौरा तब हो रहा था जब पुर्वोंतर की तीन बहनें कहे जाने वाले राज्य, त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड़ मे कांग्रेस को करारी हार मिली थी. लेकिन राहुल अपनी आदत अनुसार पार्टी को इस मुसीबत मे छोड़ विदेश को रवाना हो गए, खैर यह राहुल गांधी के लिए यह कुछ नया नही था. राहुल गांधी ने उड़ान भरी ओर पहुच गए ब्रितानिया हुकूमत की जमीन लंदन, खैर यहा तक भी ठीक था.

लेकिन राहुल गांधी को क्या पता था, कि यह दौरा उनके साथ विवाद भी जोड़ देगा, खैर यह भी उनकी नयी मुसीबत का कारण नही बना. उनकी नयी मुसीबत का कारण कैंब्रिज विश्वविधालय मे दिया उनका भाषण बना है. राहुल गांधी ब्रितानिया हुकूमत की जमीन पर यह भुल गए की वह जिस धरती से आते है, उस देश को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है, साथ ही भारत को विश्व का सबसे बड़ा, सहिष्षुण लोकतंत्र होने का गौरव भी प्राप्त है. लेकिन राहुल गांधी को यह सब कहा समझ आता है, क्योंकि अब जिस तरह से अधिर हो कर राहुल गांधी बयानबाजी कर रहे है, वह समझ ही नही पाए की कब वह मोदी का विरोध करते करते देश की एकता, अखंडता और लोकतांत्रिक गरिमा को खंडित करने लगे है. राहुल गांधी जो हाल ही में ब्रितानिया हुकूमत की जमीन पर गए थे. उन्होंने यह कह दिया की भारत मे लोकतंत्र खतरे मे है, यूरोप और अमेरिका भारत मे लोकतंत्र को बचाने के लिए दख़ल देना चाहिए. जिसके बाद भारत मे राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है.

अब भाजपा सांसद निशीकांत दुबे ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने की मांग कर दी है, पुरी भाजपा इस बात पर अड़ गयी है कि राहुल गांधी सदन मे देश की जनता और सदन से माफी मांगे. क्या कुछ कहा भाजपा सांसद निशीकांत दुबे ने बताते है आपको ………. निशिकांत दुबे ने कहा कि राहुल की लोकसभा सदस्यता खत्म करने के लिए एक विशेष समिति बनाई जाए. बीजेपी सांसद ने कहा कि 2005 में प्रश्न के बदले पैसे लेने के मामले में भी विशेष समिति बनाई गई थी. जिसमें संसद की गरिमा को चोट पहुंचाने के कारण विशेष समिति ने 11 सदस्यों की सदस्यता समाप्त कर दी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी सही ठहराया था.बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि राहुल गांधी ने यूरोप-अमेरिका को बुलाने का आह्वान कर लगातार संसद और देश की गरिमा को तार-तार किया है. इसलिए उन्हें संसद से निकालने का वक्त आ गया है. वहीं, इस बीच गुरुवार (16 मार्च) को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ संसद भवन में आठ वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक हुई. जिसमें आने वाले दिनों में राहुल के खिलाफ इस मामले को आगे ले जाने पर चर्चा हुई. राहुल गांधी को समझना होगा की सत्ता का विरोध एक बात होती है, लेकिन सत्ता विरोध के नाम पर देश का विरोध उनके राजनीतिक जीवन को खतरे मे डाल सकती है.