केजरीवाल की राह पर ही थे दिल्ली के एक और पूर्व मंत्री अब आ सकती है जांच की आच !

आम आदमी पार्टी के नेता जो यह कहते नही थकते थे की देखिए जी हम तो आम आदमी की सेवा करने आए है. हमे खास बनने की कोई चाह नही है. लेकिन जिस तरह से आप के शीर्ष नेतृत्व के उपर कथित खुलासे हो रहे है. उसके बाद सभी के दिल मे यह संदेह उठ रहा है की क्या वाकई आप राजनीति को बदलने और सेवा करने आयी थी या नेता बन कर उपभोग करने क्योकी पहले भ्रष्टाचार और अब बड़े बंगले की चाह मे कर दाताओ के धन की फिज़ूलखर्ची के खुलासे ने आप के चरित्र को कटघरे मे खड़ा कर दिया है. बड़े बंगले की चाह सिर्फ बड़े साहब को ही नही थी, ब्लकि दिल्ली के क्रांतिकारी स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन दो कदम आगे निकल गए क्योकी उन्होने तो एक अवैध निर्माण ही करा दिया. क्या है खबर बताते है आपको …….. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा ने इस बंगले को लेकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक चिट्ठी लिखी है और इसकी उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है. इस चिट्ठी में विरेंद्र सचदेवा ने लिखा है कि दिल्ली की जनता यह जानना चाहती है कि क्या तत्कालीन जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने ही इस बंगले को बनाने के लिए बजट को अप्रूव्ल दी थी?विरेंद्र सचदेवा ने जो खत एलजी को लिखा है उसमें कहा है कि दिल्ली में पुरात्तव विभाग के द्वारा संरक्षित किये गये 15वीं शताब्दी के एक महल को धवस्त कर आलीशान बंगला बना दिया गया. यह बंगला जल विहार इलाके में दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों द्वारा बनाया गया है. विरेंद्र सचदेवा ने अपने आरोपों को लेकर एक न्यूज रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि इस संरक्षित इमारत को ना सिर्फ अवैध रूप से दिल्ली जल बोर्ड ने अपने कब्जे में ले लिया बल्कि इसके एक हिस्से को तोड़ दिया गया. इसके बाद करीब 600 मीटर से ज्यादा का बंगला बनाया गया और यह बंगला दिल्ली जल बोर्ड के तत्कालीन सीईओ उदित प्रकाश का आधिकारीक आवास बन गया. विरेंद्र सचदेवा के मुताबिक, यह सब कुछ कोविड के दौरान साल 2021 में हुआ.खत में कहा गया है कि सरकारी नियमों के मुताबिक, दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ को ज्यादा से ज्यादा 144 मीटर का आधिकारिक आवास अलॉट किया जा सकता है लेकिन उदित प्रकाश ने 600 मीटर का बंगला बनवाया. एलजी को लिखे खत में कहा गया है कि इतने बड़े बंगले को बनाने में कम से कम 15 करोड़ रुपये खर्च होते हैं और ऐसे में इस बात की जांच जरूरी है कि बंगले के लिए इतने पैसों के बजट को किसने अप्रूव्ल दी?