चाचा भतीजे मे सियासी घमासान,महाराष्ट्र मे विपक्षी एकता का बचेगा अस्तित्व !

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सभी विपक्षी दल एक ऐसा सूत्र इजात कर लेना चाहते है की जिसके तहत सभी विपक्षी दल एक साथ आ भी जाए चुनाव भी लड़ ले और उनकी राजनीतिक महत्वकांक्षा भी पुरी हो जाए. जहां एक और विपक्षी एकता को व्यवसथित रुप देने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री मैराथॉन दौरे कर व्यापत विपक्षी एकता के पक्ष मे हवा बनाने मे लगे है तो वही दुसरी और महाराष्ट्र मे विपक्षी एकता संभावित तौर पर मृत्यू शया की चौखट पर खड़ा है. क्योंकी चाचा से भतीजे की बगावत और राजनीति मे आगे बढ़ने की चाहत ने शरद पवार के साथ ही महाविकास गठबंधन को भी सकते मे ड़ाल दिया है. अब महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार का ऐसा बयान आया है की जिसने महा विकास अघाड़ी के भविष्य पर ही सवाल खड़े कर दिये है. क्या कुछ कहा शरद पवार ने बताते है आपको …………. महाराष्ट्र में एनसीपी, शिवसेना (उद्धव गुट) और कांग्रेस के बीच वाले अघाड़ी गठबंधन के भविष्य पर संकट दिख रहा है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी  के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन लेकर बड़ा बयान दिया है. शरद पवार ने कहा कि आज महाराष्ट्र में अघाड़ी है लेकिन कल होगी या नहीं, ये नहीं पता.  पूर्व केंद्रीय मंद्री पवार ने रविवार (23 अप्रैल) को अमरावती में कहा, महाराष्ट्र में अघाड़ी है. हमारी इच्छा है कि हम साथ में काम करें, पर इच्छा से क्या होता है. आगे विधानसभा और लोकसभा चुनाव हैं. आगे अघाड़ी रहेगी या नहीं, इस पर चर्चा नहीं हुई.शरद पवार ने कहा, कई प्रक्रिया होती है. सीट बंटवारे का मुद्दा होता है. पार्टियों के विषय हैं तो अभी कैसे कह सकते हैं.शरद पवार के बयान के बाद शिवसेना के उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कहा है कि अघाड़ी रहेगी और 2024 में हम साथ चुनाव लड़ेंगे. राउत ने कहा ‘महा विकास अघाड़ी रहेगी. पवार साहब ने जो कहा है उस पर भी प्रयास किया जा रहा है. महाविकास अघाड़ी के प्रमुख नेता उद्धव ठाकरे और शरद पवार हैं. 2024 का विधानसभा चुनाव महाविकास अघाड़ी के साथ लड़ेंगे. उसमें शरद पवार की भूमिका पहले भी थी, आज भी है और आगे भी रहेगी. शरद पवार राजनीति के पुराने चावल है और शायद उन्हे पता है की बेमेल राजनीतिक गठबंधन हमेशा इतिहास बन जाते है.