प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हसीन लूंग वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सिंगापुर के ‘यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI)’ और ‘PAYNOW’ के बीच क्रॉस-बॉर्डर कनेक्टिविटी की शुरुआत के साक्षी बनें.पीएम मोदी ने कहा कि आज के समय में तकनीक हमें अनेक प्रकार से एक-दूसरे से जोड़ती है. फिनटेक भी एक ऐसी तकनीक है जो लोगों को एक दूसरे से जोड़ती है. इसका दायरा एक देश की सीमाओं के भीतर ही सीमित होता है. मगर आज की शुरूआत ने क्रॉस बॉर्डर फिनटेक कनेक्टिविटी की नई शुरूआत की है. पीएम ने कहा कि यह लिंकेज दोनों देशों के लोगों को कम लागत वाला रीयल-टाइम भुगतान विकल्प प्रदान करेगा और प्रेषण में वृद्धि करेगा. इससे छात्रों, पेशेवरों, NRI और उनके परिवारों को सबसे ज्यादा फायदा होगा.
पीएम मोदी बोले- दोनों देश के नागरिक कर रहे थे इसका इंतजार
पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की ही ताकत है कि कोविड के दौरान हम करोड़ों लोगों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर कर पाए. 5 साल पहले मैंने सिंगापुर में ही कहा था कि- फिनटेक इनोवेशन और युवा ऊर्जा में विश्वास का बहुत बड़ा उत्सव है.
उन्होंने कहा कि भारत और सिंगापुर की मित्रता बहुत पुरानी है और समय की कसौटी पर हमेशा खरी उतरी है. UPI और PayNow लिंक का लॉन्च आज दोनों देशों के नागरिकों के लिए एक ऐसा उपहार है जिसका वो उत्सुकता से इंतजार कर रहे थे. मैं इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
पीएम मोदी ने बताई भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की ताकत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ने नवाचार और आधुनिकीकरण के लिए अनुकूल वातावरण बनाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. हमारे डिजिटल इंडिया प्रोग्राम से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बढ़ा है. इससे डिजिटल कनेक्टिविटी के अलावा वित्तीय समावेशन को भी बल मिला है.