राज ठाकरे की राह पर अजित पवार महाराष्ट्र के चाणक्य कहे जाने वाले शरद कैसे करेगे पलटवार…..

महाराष्ट्र की राजनीति मे परिवार की वजह से सियासी भुचाल आया हुआ है. इसके केंद्र मे है चाचा और भतीजा यानि की शरद पवार और अजित पवार है. अजित पवार रांकपा मे अपनी भुमिका को लेकर आशांकित है. उन्हे ड़र है की जिंदगी भर रांकपा के लिए जमीनी लड़ाई उन्होंने लड़ी और जब पार्टी की कमान सौपने की बारी आयी तो नामो की चर्चा मे सबसे आगे सुप्रिया सुले के नाम ने उन्हे विरोधी और चाचा के प्रति बगावती बना दिया जिसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति मे चर्चाओ का बाजार गर्म हो गया और कहा जाने लगा की महाराष्ट्र की राजनीति को राजनीति का नया सूत्र देने वाले शरद पवार खुद ही कही अपनी राजनीति जमीन ना खोदे और क्या महाविकास अघाड़ी के सूत्रधार खुद ही अपनी पार्टी से हाथ गवा बैठेंगे. बाकी जानकरी आपको तफ्सील से बताते है इस खबर मे …….. महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से बगावत की बू आने लगी है. शिवसेना में हाल ही में हूई टूट पर उद्धव ठाकरे को नसीहत देने वाले शरद पवार का अपना ही घर बिखरने की कगार पर है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में नंबर-दो की हैसियत रखने वाले और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बगावत के पक्के और सीधे संकेत दिए हैं. उन्होंने गुरुवार को एक सवाल के जवाब में कहा कि जैसे राज ठाकरे ने अपने चाचा बाला साहेब ठाकरे का ध्यान रखा, वैसे ही वह अपने चाचा यानी शरद पवार का घ्यान रखेंगे. आपको बता दें कि राज ठाकरे ने अपने चाचा और शिवसेना से बगावत कर एक नई पार्टी का गठन किया था.पवार फैमिली और ठाकरे परिवार की सियासी कहानी लगभग समान है. दोनों ही परिवार के मुखिया ने अपने-अपने भतीजे के दम पर सियासत की है. लेकिन जब बगडोर सौंपने या फिर उत्तराधिकारी चुनने की बारी आई तो अपने बेटे को चुना. तेवर में बाला साहेब ठाकरे की कॉपी करने वाले राज ठाकरे भी शिवसेना पर कंट्रोल चाहते थे, लेकिन बागडोर उद्धव ठाकरे को मिली. एनसीपी का भी यही हाल होता दिख रहा है.