शराब नीति के कारण विपक्षी एकता कैसे होगी धराशाही, एक साथ कई निशाने लगा दिये भाजपा ने ….

भाजपा को जीरो बनाने के चक्कर मे ऐसा लग रहा है की कही विपक्षी एकता ही धाराशाही ना हो जाए. क्योकी विपक्ष के कई नेता नैतिकता की कसौटी पर बिल्कुल खरे नही उतर रहे है. विपक्ष के कई नेता इस समय भ्रष्टाचार के आरोपो के कारण जांच के घेरे मे है. अभी हाल ही मे तेंलगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने अपनी पार्टी का नवनीकरण करते हुए उसे राष्ट्रीय स्तर पर लांच किया. दिल्ली के कथित इमानदार नेता केजरीवाल भी अपनी पार्टी विस्तार के लालच मे उनसे पींगे बढाने लगे थे. लेकिन हाय रे शराब नीति की जांच जिसने अक साथ कई राजनीतिक क्षत्रपो की महत्वकांक्षाऔ को धराशाही कर दिया है. अब केसीआर और केजरीवाल दोनो ही परेशान है क्या है खबर बताते है आपको ………. भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की शराब नीति में हुए कथित घोटाले के मामले में एक तीर से कई शिकार कर रही है. एक तरफ पूरी आम आदमी पार्टी मुश्किल में फंसी है तो दूसरी ओर भारत राष्ट्र समिति और उसके नेता के चंद्रशेखर राव भी बैकफुट पर हैं. दिल्ली के उप मुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद से केसीआर के तेवर नरम पड़े हैं. गौरतलब है कि इस मामले में उनकी बेटी और एमएलसी के कविता को पहले ही ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था. उनसे दो बार पूछताछ हो चुकी है और उन पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. ठगी के आरोप में दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर के साथ व्हाट्सऐप पर कविता की कथित पर चैटिंग हुई है, जिसका स्क्रीनशॉट पिछले दिनों वायरल हुआ. हालांकि कविता ने सुकेश को जानते होने से इनकार किया है लेकिन उससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है. हो सकता है कि वे नहीं जानती हों लेकिन केंद्रीय एजेंसियां उसके बावजूद कार्रवाई कर सकती हैं और आम लोगों के बीच धारणा खराब हो सकती है. चंद्रशेखर राव की बेटी के साथ साथ उनकी पार्टी के कुछ और नेता केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर हैं. तभी राव शांत पड़े हैं. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर भी देश की तमाम बड़ी पार्टियों के नेताओं को बुला कर जलवा दिखाने का कार्यक्रम राव ने स्थगित कर दिया. डॉक्टर अंबेडकर की एक विशाल प्रतिमा का अनावरण हुआ लेकिन वह स्थानीय कार्यक्रम बन कर रह गया.