कांग्रेस की मुसीबत अब वापस से बढ़ने वाली है. कांग्रेस की असम यूवा कांग्रेस की अध्यक्षा ने यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्री निवास बीवी पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. जिसके बाद देश और प्रदेश की राजनीति मे सियासी भूचाल आ गया जो कांग्रेस महिला अस्मिता की बात करती है. उसकी ही पार्टी मे ऐसा क्यो हो रहा है ? जवाब ना राहुल के पास है ना प्रियंका गांधी से लेकर राहुल गांधी जिन्होने अपनी कथित बहुचर्चित भारत जोड़ो यात्रा मे झंड़ा बुलंद किया था की देश मे महिलाए सुरक्षित नही है ऐसे तमाम नेताओं ने इस मामले मे सन्नाटे का दामन थाम लिया है. लेकिन असम सरकार इस पुरे मामले पर एक्टिव हो गयी है. कांग्रेस ने जांच करने की बजाय पीड़ित महिला नेता को ही पार्टी से निकालते हुए 6 साल तक के लिए उनकी प्राथमिक सदस्यता रद्द कर दी है. जिसके बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा का बयान आया क्या है खब़र बताते है आपको ……….. कांग्रेस की असम युवा इकाई की अध्यक्ष अंकिता दत्ता को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए शनिवार 22 अप्रैल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया. इस पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर हमला किया. हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, ”मैंने बयान दिया था कि ये आपकी पार्टी का अंदरूनी मामला है इसे सुलझा लीजिए. यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है मुद्दे का समाधान करना चाहिए था. कांग्रेस ने उन्हें निष्कासित कर दिया, मुद्दे का समाधान नहीं किया. पार्टी समाधान नहीं करेगी तो कानून अपना काम करेगा.अंकिता दत्ता ने भारतीय युवा कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी पर उनका मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. इससे पहले उन्होंने भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष केशव कुमार के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने एक आदेश में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने असम प्रदेश युवा कांग्रेस की अध्यक्ष डॉ. अंकिता दत्ता को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है. कांग्रेस को समझना होगा की अगर पार्टी मे महिलाए सुरक्षित नही है तो उऩ पर महिला वोटर कैसे भरोसा कैसे करेगी.
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