देश की कथित सबसे इमानदार पार्टी आम आदमी पार्टी मे भगदड़ मच गयी है. दिल्ली से लेकर गुजरात हर जगह पहले भ्रष्टाचार करने वालो की होड़ थी और जो पार्टी मे कुछ इमानदार लोग बच गए थे. उनमे पार्टी छोड़ने की होड़ लग गयी है. पहले गुजरात और अब दिल्ली मे मेयर चुनाव से ठीक पहले आप पार्षद पार्टी छोड़ कर भगवामय हो रहे है. कौन छोड़ गया पार्टी और क्या है खबर बताते है आपको ……. दिल्ली में 26 अप्रैल को होने वाले मेयर चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. दिल्ली के वार्ड नंबर 130 द्वारका सी से आम आदमी पार्टी की पार्षद सुनीता ने सोमवार को BJP का हाथ थाम लिया है. वहीं इसी के ही साथ आज उपराज्यपाल दफ्तर से पीठासीन अधिकारी का नाम तय हो सकता है. पीठासीन अधिकारी के लिए केजरीवाल सरकार ने मुकेश गोयल का नाम सजेस्ट किया था. आज साफ हो जाएगा कि पीठासीन अधिकारी के लिए मुकेश गोयल के नाम पर मुहर लगती है या किसी और को जिम्मेदारी दी जाती है.बता दें कि दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर के इलेक्शन के लिए पीठासीन अधिकारी चुनने का अधिकार एलजी का होता है. वो अपनी इच्छानुसार किसी भी पार्षद को पीठासीन अधिकारी नियुक्त कर सकते हैं. जिसे भी पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया जाता है वो चुनाव का प्रत्याशी छोड़ और कोई भी पार्षद हो सकता है. अब से पहले जो भी इलेक्शन हुए हैं उसके आधार पर एलजी ने अपनी तरफ से किसी अनुभवी या सीनियर पार्षद को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है.दिल्ली मेयर शैली ओबरॉय ने शनिवार को 600 विकल्प स्टोर का शुभारंभ किया. इन विकस्प स्टोर से कोई भी कपड़े का थैला उधार ले सकता है. उपभोक्ता पॉलिथीन का कम प्रयोग करें इसके लिए इन विकल्प स्टोरों को खोला गया है. बता दें कि दिल्ली में निगम के 400 विकल्प स्टोर पहले से ही मौजूद हैं. कुल अब राजधानी में 1000 विकल्प स्टोर हो गए हैं. आप मे जिस तरह की भगदड़ मची हुई है कही ऐसा ना हो की कुछ दिन मे यह देखने को मिले की आप के आधे नेता जेल मे और आधे दुसरे दल मे है.