देश में एक गठबंधन बना 2024 लोकसभा चुनाव के लिए नाम रखा गया इंडिया जिसके बाद विपक्षी एकता खुशी के मारे फुला नही समा रहा था. उसे लग रहा था की अब इस गठबंधन के सामने कोई भी चुनौती पेश करने वाला नही हैं. लेकिन विपक्ष की सोच पर भाजपा ने अपनी रणनीति से पानी फेर दिया और विपक्ष को उसी की कमी से घेरने का मन बना लिया हैं. भाजपा जानती हैं की विपक्ष की पार्टी के बीच कई सारे विरोधाभास हैं. भाजपा उन्ही के आपसी मतभेद का फायदा उठा कर घेरने का मास्टर प्लान बना दिया हैं. क्या हैं खबर बताते हैं. आपको बताते है …………….. विपक्षी दलों की ओर से गठबंधन का नाम INDIA रखने पर भारतीय जनता पार्टी ने लगातार सवाल खड़े किए हैं. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने अब इस विपक्षी गठबंधन को UPA नाम से ही पुकारने का फैसला लिया है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि विपक्ष ‘INDIA’ के जरिए जनता के सामने अपनी साफ छवि पेश करने की कोशिश में है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि भाजपा विपक्षी दलों को बेनकाब करना जारी रखेगी और उन्हें उनके पुराने नाम से ही संबोधित करेगी. मालूम हो कि 18 जुलाई को बेंगलुरु में 26 विपक्षी दलों की बैठक हुई थी. मीटिंग में विपक्षी मोर्चे ने बहुत विचार-विमर्श के बाद इस नए गठबंधन का नाम INDIA रखने का फैसला किया. इसका फुल फार्म इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्ल्युसिव एलायंस है. बीजेपी नेता शुरू से ही इस नाम का विरोध करते रहे हैं. भाजपा का दावा है कि नई ब्रांडिंग इसलिए की गई ताकि विपक्ष के अतीत के कई घोटालों को छिपाया जा सके. केंद्र में सत्ताधारी दल का कहना है कि वे इंडिया नाम का इस्तेमाल इसलिए कर रहे हैं ताकि UPA की ‘भ्रष्ट’ छवि सामने न आने पाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘इंडिया’ नाम को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा, ‘पहले भी ‘इंडिया’ के नाम के पीछे अपने पाप को छुपाने का प्रयास किया गया है. इंडिया नाम तो ईस्ट इंडिया कंपनी में भी था. लेकिन वहां इंडिया नाम अपनी भारत भक्ति दिखाने के लिए नहीं बल्कि भारत को लूटने के इरादे से लगाया गया था. कांग्रेस के शासनकाल में सिमी यानी स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया बना था, जिसने पाबंदी लगने के बाद अपना नाम बदलकर पीएफआई कर लिया. नाम में इंडिया था लेकिन मिशन, इंडिया को आतंकी हमलों से बर्बाद करने का था. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि विपक्ष के गठबंधन का नाम बदलकर ‘इंडिया’ करने से कुछ नहीं होगा. शाह ने कहा कि यूपीए सरकार के 10 साल में 12 लाख करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ और अब गठबंधन का नाम बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा, ‘जब कांग्रेस और द्रमुक सहित उसके सहयोगी दल लोगों के पास वोट मांगने जाएंगे, तो जनता को उनका भ्रष्टाचार याद आएगा. UPA शासन को 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले, राष्ट्रमंडल खेल घोटाले और कोयला आवंटन घोटाले के लिए याद रखेंगे. पनडुब्बी घोटाले और इसरो घोटाले के अलावा हेलिकॉप्टर घोटाले भी हुए हैं.
विपक्षी दलों के गठबंधन को UPA ही कहेंगे भाजपा नेता, INDIA बुलाने से करेंगे परहेज !
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