2024 से पहले विपक्षी एकजुटता के बीच भाजपा ने भी कर ली है अपनी तैयारी पूरी जाने क्या हैं प्लान !

भाजपा अपनी राजनीतिक बिसात ऐसी बिछाती है की सभी विपक्षी दल मजबूर हो जाती है की सभी दल उनकी पिच पर खेले, यूसीसी से लेकर राम मंदिर यह सभी ऐसे मूद्दे है जिसके इर्द-गिर्द ही रहने वाली है. विपक्षी एकता के लिए सभी दल प्रयासरत है लेकिन भाजपा भी काफी आगे है. भीतर खाने ही भाजपा ने एक ऐसी रणनीति तैयार कर ली है की विपक्ष भी सन्न रह गया है कि यह क्या हुआ कैसे हुआ और कब हुआ क्या हैं खबर बताते है आपको……………… कांग्रेस, आप और टीएमसी समेत करीब 20 विपक्षी दलों के नेता 23 जून को पटना में एक मंच पर आने वाले हैं। ये पार्टियां 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से संयुक्त रूप से लड़ने के लिए आम सहमति बनाने में लगी हैं। हालांकि, इन विपक्षी नेताओं के बीच भी एक-दूसरे को लेकर बहस चल रही है। दूसरी ओर, 23 जून को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाशिंगटन में भारतीय-अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करने वाले हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि बीजेपी की हाल के दिनों में शायद सबसे बड़े मोदी-विरोधी एकजुटता पर नजर नहीं है। भाजपा भी इसके संभावित प्रभावों की अनदेखी नहीं कर रही। विपक्षी दलों के एकजुट होने की कोशिशों के बीच बीजेपी आलाकमान भी ‘प्लास प्लान’ पर काम कर रहा है।  एक तरफ जहां, विपक्ष एकता के लिए छटपटा रहा है तो वहीं एनडीए के भीतर भी कुछ ऐसा ही स्थिति है। बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ हाल ही में एक अहम बैठक हुई थी। इस दौरान पीएम मोदी के निर्देशों के पालन पर जोर दिया गया। भाजपा के प्रयासों के नतीजे भी अब दिखने लगे हैं। चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली टीडीपी आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से केंद्र के इनकार पर 2018 में एनडीए से बाहर हो गई थी, वो अब बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन में लौटने की योजना बना रही है। नायडू अब पीएम पद के आकांक्षी नहीं रहे। रिपोर्ट के मुताबिक, नायडू ने तेलंगाना और राष्ट्रीय चुनावों से पहले दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि इस दौरान गठबंधन को लेकर चर्चा हुई।