Gautam adani : शरद पवार की अड़ानी से मुलाकत राजनीति मे ऩए संदेश, कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी या बस संयोग ………….

राजनीति मे तस्वीरों का बड़ा महत्व हैं राजनीति मे संदेश देने का भी अपना एक महत्व है. कांग्रेस जिस व्यापत विपक्षी एकता की बात करती है. उसे आज एक और झटका लगता हुआ दिख रहा है. महाराष्ट्र  के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार ने आज उधोगपति गौतम अड़ानी से मुलाकत की जिसके बाद राजनीतिक हलके मे सियासी बाजार गर्म हो गया और सब इस मुलाकत के अपने अपने मायने निकालने लगे है. क्या है खबर बताते है आपको ………….. उद्योगपति गौतम अडानी ने गुरुवार को मुंबई में एनसीपी चीफ शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की. यह खबर पीटीआई ने एनसीपी सूत्रों के हवाले से दी है. इस बैठक का समय महत्वपूर्ण है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज अडानी पर फिर जबरदस्त हमला बोला है. महाराष्ट्र में जबरदस्त राजनीतिक घटनाक्रम चल रहा है. एनसीपी अजीत पवार के नेतृत्व में अलग होने को बेकरार है. अजीत पवार बीजेपी की मदद से सरकार बनाने का ख्वाब पाले हुए हैं. हालांकि अभी कल ही उन्होंने इसका खंडन भी किया था. लेकिन क्या पवार से आज की मुलाकात का संबंध राहुल गांधी के ताजा अडानी हमले से है. लेकिन अडानी की शरद पवार से मुलाकात का क्या अर्थ है??इसके लिए पूरे घटनाक्रम पर नजर डालनी होगी. हाल ही में शरद पवार ने अडानी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति की जांच का विरोध किया था. लेकिन बाद में यूटर्न ले गए. पवार का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट की समिति की जांच अधिक प्रभावी होगी. शरद पवार ने हालांकि अपने स्टैंड से बाद में मुकर गए लेकिन उन्होंने यह कहना जारी रखा हुआ है कि टाटा-बिड़ला की तरह देश के विकास में अडानी का भी खासा योगदान है. तो क्या शरद पवार को शुक्रिया कहने गए अडानी?यह भी कहा जा सकता है कि शायद शरद पवार को अडानी शुक्रिया कहने गए हों. लेकिन ऐसा शुक्रिया तो फोन पर भी अदा किया जा सकता है. लेकिन राजनीति में देखने-दिखाने का भी बहुत महत्व है. शरद पवार से अडानी की मुलाकात बाकी विपक्षी दलों को एक संकेत हो सकता है. कांग्रेस को यह समझना होगा की सिर्फ विरोध के लिए विरोध ना करे.