चुनावी वर्ष में कर्नाटक राज्य में भाजपा को अपने ही नेता की वजह से शर्मिंदगी झेलनी पड़ी हैं. एक कार्यक्रम के दौरान, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ के सुधाकर ने कनकपुरा में इंफोसिस फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित एक अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर केपीसीसी प्रमुख डीके शिवकुमार की प्रशंसा की.
2019 में कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने वाले पूर्व कांग्रेस नेता के सुधाकर द्वारा प्रशंसा किए जाने के कुछ दिनों बाद कोराटागेरे में कांग्रेस के एक अन्य नेता और पूर्व डिप्टी सीएम डॉ जी परमेश्वर की प्रशंसा की गई. “मैं डीकेएस और उसके जीत के अंतर को करीब से देख रहा हूं जो हर चुनाव के साथ बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा डीकेएस ने ग्रामीण विकास में क्रांति ला दी है. उन्होंने मनरेगा के कार्यों का उपयोग तब किया था जब अतीत में कठोर नियम नहीं थे. मैं एक स्वस्थ लोकतंत्र में विश्वास करता हूं जहां सत्तारूढ़ दल को विपक्ष की रचनात्मक आलोचना को सकारात्मक तरीके से लेना चाहिए”, सुधाकर ने कहा.
शिवकुमार ने कहा, “अगर मैंने कनकपुरा में किसी मंत्री के साथ मंच साझा किया है, तो वह केवल बीएस येदियुरप्पा और सुधाकर है. आपके के साथ मंच साझा करने का मतलब है कि मैं आपका सम्मान करता हूं. दोनों वोक्कालिगा नेताओं को मंच पर हल्के-फुल्के पल साझा करते देखा गया.
कर्नाटक में इस साल के मध्य में चुनाव लगभग निर्धारित हैं. 224 विधानसभा सीट वाले इस राज्य में बहुमत के लिए किसी भी दल को 113 का जादुई आकड़ा छूना हैं. अभी भाजपा सता में हैं, लेकिन इस बार कांग्रेस भी भाजपा को टक्कर दे रही हैं. वही जेडी(एस) भी परिणामों के बाद अपने आप को किंगमेंकर की भूमिका में देख रही हैं.