Karnataka Vidhansabha 2023 : बी एस येदियुरप्पा का कर्नाटक की चुनावी राजनीति से सन्यास भाजपा के लिए सफ़र आसान होगा या मुश्किल …?

कर्नाटक भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बुधवार को विधानसभा में अपने ‘विदाई भाषण’ में कहा कि वह अंतिम सांस तक ईमानदारी से पार्टी को मतबूत करने और उसे सत्ता में लाने का प्रयास करते रहेंगे. चार बार मुख्यमंत्री रह चुके येदियुरप्पा (79) ने चुनावी राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी है. उन्होंने सदन में कहा कि उनके घर पर बैठने का कोई सवाल ही नहीं है और वह विधानसभा सत्र के बाद राज्य का दौरा करेंगे. अपनी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे.

राज्य बजट पर सदन में हो रही चर्चा में भाग लेते हुए येदियुरप्पा ने सत्ताधारी दल के विधायकों से विश्वास के साथ लोगों के सामने जाने और वोट मांगने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि यह निश्चित है कि भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी.

येदियुरप्पा ने कहा, ‘अगर भगवान मुझे शक्ति देता है तो मैं अगले चुनाव में भी, जो इस चुनाव के पांच साल बाद होगा, भाजपा को सत्ता में लाने के लिए सभी प्रयास करूंगा. जैसा कि आप पहले से ही अवगत हैं कि मैंने कहा है कि मैं अब चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन मुझे जो सम्मान दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं पार्टी द्वारा दिए गए पदों को मैं जीवनभर नहीं भूल सकता हूं.”

विधानसभा का सत्र शुक्रवार को समाप्त हो रहा है. येदियुरप्पा ने कहा, ‘यह एक तरह से मेरी विदाई है, क्योंकि मैं इसके बाद विधानसभा में तो आ सकता हूं और न ही बोल सकता हूं.’ इस पर विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी और संसदीय कार्य मंत्री जे सी मधुस्वामी ने हस्तक्षेप किया और कहा कि येदियुरप्पा शुक्रवार को सदन में अपना अंतिम भाषण देंगे.