2024 चुनाव के लिए कांग्रेस ना केवल भाजपा के खिलाफ विपक्ष का मोर्चा संभालने को तैयार है बल्कि क्षेत्रीय पार्टियों को एक साथ लाने के प्रयास में भी जुटी हुई है. इस बैठक में भारत जोड़ो यात्रा और राहुल गांधी को शो पीस के रूप में पेश किया जाएगा.
इस यात्रा के परिणामों का जिक्र करके नेताओं का उत्साहवर्धन होगा. यह तीन दिवसीय अधिवेशन 24 फरवरी से शुरू होगा. इसमें लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी एकजुटता पर चर्चा होगी.कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कार्यसमिति की बैठक में चुनाव के संबंध में फैसले किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जिन दलों को आमंत्रित किया गया था ज्यादातर ने प्रतिभागिता की थी.
कांग्रेस अधिवेशन की थीम होगी हाथ से हाथ जोड़ो
AICC का कहना है कि इस अधिवेशन की थीम होगी ‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान. पिछले साल उदयपुर में भी चिंतन शिविर आयोजित किया गया था. उसमें जो फैसले लिए गए थे उनको इस अधिवेशन में दिखाने की कोशिश की जाएगी.
विपक्षी दलों को साथ लाने को लेकर नीतीश कुमार के बयान का स्वागत करते हुए कहा गया कि उन्होंने माना है कि भारत जोड़ो यात्रा का फर्क ना सिर्फ कांग्रेस बल्कि पूरी राजनीति पर पड़ा है. यह परिवर्तनकारी क्षण है. कांग्रेस 2024 के चुनाव में अपनी भूमिका को जानता ही है और भाजपा के खिलाफ एकजुटता लाने के प्रयास जारी रहेगा. इस पार्टी के अधिवेशन में भी एकता देखने को मिलेगी.
कांग्रेस बिना विपक्षी एकता नहीं संभव
वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, बिना कांग्रेस के विपक्षी एकता संभव नहीं है क्योंकि कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जिसने कभा भाजपा के साथ समझौता नहीं किया. उन्होंने बिना किसी का नाम लेते हुए कहा कि बहुत सारे दलों ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था लेकिन वे अब अलग हो गए हैं. उन्होंने कहा, कांग्रेस के बारे में यह कहना गलत है कि चुनाव से पहले गठबंधन नहीं करती. वहीं वेणुगोपाल ने कहा कि यह अधिवेशन 2024 के चुनाव के लिए मील का पत्थर साबित होगा.
उदयपुर के अधिवेशन की तरह ही कांग्रेस इसमें भी दो चीजों पर ध्यान देने वाली है. एक तो कांग्रेस को मजबूत करना और दूसरा विपक्षी दलों को साथ लाना. एआईसीसी महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि रायपुर का अधिवेशन कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव की तैयारी है. भारत जोड़ो यात्रा में जो ऊर्जा देखने को मिली है अब इसे आगे तक ले जाया जाएगा. बता दें कि इस अधिवेशन में लगभग 15 हजार लोग शामिल होंगे जिनमें से 1338 एआईसीसी सदस्य हैं.