Loksabha election 2024 : 2024 से पहले विपक्षी एकता को लग सकता है झटका, केजरीवाल के नाम पर कांग्रेस मे अदावत ………

राजनीति मे एक कहावत है की यहा कोई स्थायी दुशमन या दोस्त नही होता है. राजनीति मे दोस्ती और दुशमनी बदले हुए राजनीतिक हालात के हिसाब से तय होती है. 2024 मे आम लोकसभा चुनाव है हर पार्टी ने अपने हिसाब से राजनीतिक जोड़ गाठ मे लग गयी है. अभी के राजनीतिक हालात देख कर तो ऐसा ही लग रहा है की 2024 का चुनाव विपक्ष बनाम भाजपा होने वाला है या ऐसा कह लिजिए की एक तरह से विपक्ष बनाम मोदी होने वाला है. क्योंकी विपक्ष को अभी तक समझ मे आ गया है की अगर पीएम मोदी की मजबूत छवि को टक्कर देना है तो 2024 मे व्यापत विपक्षी एकता की जरुरत है. लेकिन समस्या यह है की तमाम राजनीतिक महत्कांक्षा को भूला कर विपक्ष एकजुट कैसे हो. अभी जब राहुल गांधी को संसद से अयोग्य करार दे दिया था तब केजरीवाल कांग्रेस के पक्ष मे खड़े दिखे थे वैसे ही जब केजरीवाल को सीबीआई ने समन भेजा तब मल्लिकार्जुन खड़गे ने केजरीवाल को सबसे पहले फोन किया था. इस बढ़ती नजदीकीयों के बीच केजरीवाल के नाम पर कांग्रेस मे एक नयी अदावत शुरु हो गयी है. क्योकी कांग्रेस के कई नेताओं को लगता है की केजरीवाल ने अपनी राजनीतिक फसल कांग्रेस की जमीन पर ही उगाई है. इसलिए केजरीवाल से विपक्षी एकता के नाम पर समझौता ना करे नही तो केजरीवाल दिल्ली 2013 को दोहराने मे बिल्कुल समय नही लगाएंगे. क्या है खबर बताते है आपको ……. 2024 लोकसभा चुनाव के लिए तैयार किए जा रहे महागठबंधन के लिए शुभ संकेत नहीं हैं. पहले ही कदम पर विरोधाभास सामने आने लगे हैं. विपक्षी गठबंधन में आम आदमी पार्टी (आप) के शामिल होने के संकेत के बाद कांग्रेस में कलह होने लगी है. ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल की सीबीआई पूछताछ से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का उनको फोन करके एकजुटता जाहिर करना पार्टी के कई नेताओं को रास नहीं आया है. खासकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने खुलकर विरोध किया है. वरिष्ठ नेता अजय माकन ने तो सोशल मीडिया पर कई वजहें गिनाते हुए कहा कि केजरीवाल से किसी तरह की सहानुभूति या समर्थन की आवश्यकता नहीं है. वहीं, माकन के अलावा भी कुछ नेताओं ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि उन्हें ‘आप’ का साथ मंजूर नहीं है. इससे पहले मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के समय भी इसी तरह का कंफ्यूजन देखने को मिला था. राजनीतिक जरुरत के इत्तर देखे तो यह सच भी है की जो भूतकाल मे कांग्रेस के वोटर थे वो आज आप के साथ है.