मेघालय में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस बड़ी रैलियां नहीं करेगी और न ही उसके पास स्टार प्रचारक होंगे, बल्कि वह मतदाताओं से जुड़ने पर ध्यान केंद्रित करेगी, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता अध्यक्ष विन्सेंट एच पाला ने रविवार को ये जानकारी दी है.
नहीं होगी कोई बड़ी रैली
मेघालय कांग्रेस के अध्यक्ष विन्सेंट एच पाला ने कहा, हमारे 80 प्रतिशत उम्मीदवार नए चेहरों के साथ पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, कांग्रेस मतदाताओं के घरों का दौरा करने और मतदाताओं से जुड़ने के लिए स्थानीय समुदाय स्तर पर छोटी रैलियां आयोजित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी. ताकि वे अपने उम्मीदवारों के बारे में जान सकें.
हमारे पास नहीं होंगे स्टार प्रचारक
पाला ने पीटीआई से कहा, हमारे पास स्टार प्रचारक नहीं होंगे और कोई बड़ी राजनीतिक रैलियां नहीं होंगी. इसके बजाय, हम राज्य की राजनीतिक गतिशीलता में जो सबसे अच्छा है, उस पर ध्यान केंद्रित करेंगे और उसे अपनाएंगे. यहां के लोग अपने उम्मीदवारों को उनकी पार्टी से जुड़े होने से ज्यादा जानना पसंद करते हैं.
मेघालय कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह खुद सतंगा-साइपुंग निर्वाचन क्षेत्र में कोई बड़ी रैलियों की मेजबानी नहीं करेंगे, जहां से वह विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि पारंपरिक कांग्रेस मतदाताओं ने पार्टी नहीं छोड़ी है.
मेघालय के मतदाता अब भी कांग्रेस के साथ
उन्होंने कहा, नेता भले ही छोड़कर अन्य राजनीतिक दलों में शामिल हो गए हों, लेकिन मतदाता हमारे साथ बने हुए हैं. इस पर विश्वास करने के लिए मेरे पास फीडबैक है और 2 मार्च को हम परिणाम देखेंगे.
पाला ने विश्वास जताया कि 27 फरवरी को होने वाले चुनाव में कांग्रेस 60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा में 30-35 सीटें जीतेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी ने कई युवा और नए चेहरों को मैदान में उतारा है क्योंकि राज्य का नेतृत्व करने के लिए युवा नेताओं की जरूरत है.
मेघालय के लोग पार्टियों से नहीं से होती हैं प्रभावित
तीन दशकों से अधिक समय तक मेघालय में चुनावों पर नजर रखने वाले एक विश्लेषक और राजनीतिक पर्यवेक्षक मनोश दास ने कहा, ‘हमने देखा है कि मेघालय में चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार वे हैं जो मतदाताओं के साथ वास्तव में अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं, भले ही उनकी पार्टी संबद्धता कुछ भी हो.दास ने कहा कि मेघालय की राजनीति अनूठी और अलग है और यहां के लोग बड़ी रैलियों और बड़ी पार्टियों से आसानी से प्रभावित नहीं होते हैं.
उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक दल खेलों में बड़ी टीमों की तरह होते हैं और जनता के साथ मजबूत संबंध रखने वाले उम्मीदवार सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की तरह होते हैं. टीमें अपने जीत के आधार पर अच्छे खिलाड़ियों का चयन करती हैं.