आम आदमी पार्टी आगामी नागालैंड विधानसभा चुनावों में अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी के पूर्वोत्तर प्रभारी राजेश शर्मा ने कहा कि पूर्व विधायक आसु कीहो को ‘आप’ की नगालैंड इकाई का अध्यक्ष बनाया गया है. उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी चुनाव से पहले किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी.
जमीनी स्तर पर काम करेगी ‘आप’
नगालैंड में 27 फरवरी को मतदान होगा जबकि चुनाव परिणाम 2 मार्च को घोषित किए जाएंगे. इस बीच राजेश शर्मा ने बुधवार शाम को कहा, “नगालैंड के लोगों के लिए सुशासन, ईमानदार राजनीति और भ्रष्टाचार के खात्मे के साथ राज्य के समग्र विकास के लिए मतदान करने का समय आ गया है.” इस दौरान शर्मा ने ये उम्मीद भी जताई कि नागालैंड के राजनीतिक परिदृश्य में आवश्यक बदलाव लाने के लिए पार्टी जमीनी स्तर पर जाएगी.
पूर्वोत्तर राज्य के लोग चाहते हैं ‘आप’ की सरकार
आसु कीहो ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य के लोग आम आदमी पार्टी की सरकार चाहते हैं, क्योंकि “दिल्ली में नगा, चाहे पढ़ाई कर रहे हों या काम कर रहे हों, उन्होंने देखा है कि वहां अरविंद केजरीवाल सरकार के तहत सुशासन और वादों को पूरा करने का क्या मतलब है”. आप ने 2018 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना किया था.
नागालैंड के कैसे हैं राजनीतिक समीकरण?
नागालैंड में NDPP और बीजेपी गठबंधन की सरकार है और NDPP सुप्रीमो नेफ्यू रियो मुख्यमंत्री हैं. पिछले चुनाव से ठीक पहले नेफ्यू रियो ने NPF को तोड़कर NDPP की स्थापना की थी और बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. दोनों दल इस बार भी एक साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे. दोनों दलों ने संयुक्त बयान में कहा है कि NDPP 40 और बीजेपी 20 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेगी. मतलब साफ है कि बीजेपी गठबंधन में नेफ्यू रियो ही सीएम चेहरे होंगे. कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष के थेरी सीएम उम्मीदवार हो सकते हैं. NPF की ओर से पार्टी अध्यक्ष डॉ. शूरहोजेली लिजीत्सु मुकाबले को दिलचस्प बना सकते हैं.