Rahul Gandhi Speech: कैंब्रिज यूनिवर्सिटी मे राहुल गांधी के बिगड़े बोल चीन की तारीफ, कश्मीर का जिक्र….. बयान पर भाजपा हुई हमलावर …………. !

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कैंब्रिज विश्वविद्यालय में लेक्चर के दौरान पेगासस जासूसी मामले, लोकतंत्र और अल्पसंख्यकों सहित अन्य मुद्दों पर बोलते हुए बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. इसके जवाब में बीजेपी ने भी पलटवार किया.

  • कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि उनके और कई अन्य विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस स्पाइवेयर था और इंटेलिजेंस अधिकारियों ने खुद फोन करके बताया था कि बातचीत करते हुए वह सावधान रहें क्योंकि उनकी बातों को रिकॉर्ड किया जा रहा है.
  • राहुल ने आरोप लगाया कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं. हमने लोकतांत्रिक माहौल को बढ़ावा देने के लिए एक ऐसी नई सोच का आह्वान किया जिसे थोपा नहीं जाए. केंद्र सरकार इसके उलट काम कर रही है. हर कोई जानता है और यह खबरों में भी है.
  • भारतीय लोकतंत्र दबाव में है और इस पर हमला हो रहा है. लोकतंत्र के लिए जरूरी ढांचे, मसलन संसद, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका सभी पर नियंत्रण हो रहा है. इसलिए हम भारतीय लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे पर ही हमले का सामना कर रहे हैं.
  • राहुल गांधी ने कहा कि संविधान में भारत को राज्यों का संघ कहा गया है और इस संघ के लिए संवाद जरूरी है. इस संवाद पर ही खतरा है और हमला किया जा रहा है. आप संसद के बाहर की तस्वीर देख सकते हैं.
  • विपक्षी नेता कुछ मुद्दों के बारे में बात कर रहे थे और जेल में डाल दिया गया. यह तीन-चार बार हुआ. मेरे खिलाफ कई आपराधिक केस दर्ज किए गए. ये उसके लिए दर्ज हुए जो कि क्रिमिनल नहीं थे.
  • कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया कि अल्पसंख्यकों और प्रेस पर हमला हो रहा है. सिखों, मुस्लिमों और ईसाई लोगों पर हमला हो रहा है. उन्होंने कहा, ”यहां सिख बैठे हुए हैं. हिंदुस्तान में भी सिख, मुस्लिम और ईसाई हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि यह लोग दोयम दर्जे के नागरिक हैं. मैं इससे सहमत नहीं हूं.
  • राहुल गांधी ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग से संबंधित नौकरियों को समाप्त करने के अलावा अमेरिका ने 11 सितंबर, 2001 के आतंकी हमलों के बाद अपने दरवाजे कम खोले जबकि चीन ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने ईद-गिर्द के संगठनों के जरिये ‘‘सद्भाव को बढ़ावा दिया है.’’ हमें आज के समय में युवाओं को सुनना होगा.
  • राहुल गांधी की चीन और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की तारीफ करने पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वो इंग्लैंड जाकर चाइना की बात कर रहे हैं. उनका गुणगान कर रहे हैं. यह बताता है कि वो कितनी बचकानी टिप्पणी करते हैं. यह भारत की जनता का अपमान है.
  • राहुल गांधी ने कश्मीर भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए बताया कि उन्हें यात्रा ने राजनेता के रूप में बदल दिया है. उन्होंने बताया, ”वो जान से मारने की धमकी के बीच भी पैदल चलते रहे. इसी दौरान एक शख्स मेरे पास आना चाहता था, लेकिन सुरक्षाकर्मी ऐसा नहीं चाहते थे. मैंने शख्स को बुलाया. उसने मेरे से सवाल किया कि क्या आप सही में हमें सुनना चाहते हैं. इस पर मैंने कहा- हां. फिर उसने कहां कि वहां देखो आतंकवादी खड़े हैं.”
  • बीजेपी प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कहा, ‘‘हम राहुल गांधी के मतिभ्रम के लिए क्या कह सकते हैं. अगर वह चीन के साथ अपने (कांग्रेस के) समझौता ज्ञापन को सार्वजनिक करते हैं, तो हमें भी दिलचस्पी होगी और भारत के लोग भी जानना चाहेंगे.’’ उन्होंने कहा कि हम टेलीफोन पर हुई उनकी बातचीत में कोई दिलचस्पी नहीं रखते हैं.
  •  राहुल गांधी के जासूसी वाले आरोपों पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि वो लगातार चुनावी हार का सामना करने के बाद विदेशी धरती से भारत की छवि खराब कर रहे हैं. उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि पेगासस जासूसी मुद्दे की जांच करने वाली सुप्रीम कोर्ट की नियुक्त तकनीकी समिति को राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं को अपने फोन सौंपने से किसने रोका था. ऐसा क्या था उनके फोन में कि उनको छिपाने की जरूरत पड़ गई. उन्होंने और अन्य नेताओं ने अपना मोबाइल फोन क्यों जमा नहीं करवाया ?
  • राहुल गांधी के भारत में लोकतंत्र पर हमला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे के आरोप पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि बार-बार झूठ बोलना और विदेशी धरती, दोस्तों और एजेंसियों का इस्तेमाल करना कांग्रेस नेता की एक आदत सी बन गई है. ठाकुर ने कहा,  ”राहुल गांधी की पीएम मोदी के खिलाफ तो नफरत हो सकती है लेकिन देश को बदनाम करने की ये साजिश बार-बार जो विदेशी धरती से होती है, कभी विदेशी दोस्तों के माध्यम से होती है, यह अपने आप में प्रश्नचिह्न खड़ा करती है कि कांग्रेस का एजेंडा क्या है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी किसी और की नहीं, कम से कम इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और उनके नेताओं की ही सुन लेते.