Sachin Pilot: राजस्थान कांग्रेस मे विद्रोंह,सचिन तलाश सकते है अपनी अलग राह या आगामी चुनाव मिलेगी बड़ी जिम्मेवारी …….. !

सचिन पायलट ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चो खोल दिया है, आज सचिन पायलट ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ विरोध के स्वर बुलंद कर दिये और वसुंधरा के बहाने अपनी सरकार पर ही अप्रत्यक्ष रुप से गंभीर आरोप लगा दिये की हमारी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाई करने मे सुस्त है. कांग्रेस के साथ परेशानी यह है की वह कितने मोर्चे पर लड़े. एक तरफ पार्टी को रसातल मे जाने से  कैसे बचाये, आगामी चुनाव से पहले पार्टी को एकजुट कैसे किया जाए और कर्नाटका चुनाव मे जीत कैसे दर्ज की जाए. इन तमाम फूट के बीच सचिन ने अपने इरादे साफ कर दिये है. सचिन अपने अनशन के बाद अपनी आगे की रणनीति के साथ ही काग्रेस राजस्थान प्रभारी के आरोपो का भी जवाब दिया. बताते है आपको अपनी इस रिर्पोट मे राजस्थान मचे सियासी उठापठक से जुड़ी हर एक बात …….. कांग्रेस आलाकमान के नेताओं की ओर से उनके आंदोलन को पार्टी विरोधी बताए जाने के बाद भी पायलट नहीं रूके. वे धरना स्थल पर पहुंचे और गांधीवादी तरीके से अनशन की शुरुआत कर दी. पायलट के अनशन को लेकर अलग अलग प्रतिक्रियाएं आ रही है. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक जहां उन्हें समर्थन मिल रहा है. वहीं उनके विरोध में भी स्वर उठ रहे हैं. वहीं पायलट की ओर से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को टार्गेट करते हुए अपनी सरकार पर निशाना साधने के कारण लोगों के मन में यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या पायलट अब दूसरी पार्टी में अपना राजनीतिक भविष्य तलाश रहे हैं.बहरहाल इन तमाम सवालों के बीच सचिन पायलट का धरना स्थल पर लगा पोस्टर भी लगाए जा रहे सियासी कयासों को हवा दे रहा है. दरअसल, पायलट के अनशन स्थल के मंच पर लगे पोस्टरों में सिर्फ महात्मा गांधी की फोटो लगी है. पोस्टर में राहुल गांधी से लेकर सोनिया-प्रियंका गांधी सभी की फोटो नदारद है. इतना ही नहीं पायलट के अनशन स्थल पर लगे बैनर में कांग्रेस पार्टी का सिंबल तक भी नहीं दिखाई दे रहा है. साथ ही अनशन को पार्टी विरोधी बताने वाले प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को भी दो टूक जवाब दे दिया.मौन रहकर अनशन करने वाले पायलट ने बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘वसुंधरा जी के कार्यकाल में जब हम विपक्ष में थे तो हमने बहुत सारे घोटालों और भ्रष्टाचार के मामलों को उजागार किया था. हमने जनता से वादा किया था कि जब हम सरकार में आएंगे तब वसुंधरा जी और भाजपा के शासन में तमाम जो घोटाले हुए उसके खिलाफ प्रभावशाली कार्रवाई करेंगे. मैं चाहता था कि कांग्रेस सरकार में इस पर कार्रवाई हो. हम प्रतिशोध की भावना से काम नहीं करना चाहते, लेकिन जो स्थापित भ्रष्टाचार हुआ था उस पर हमने कार्रवाई नहीं की. कांग्रेस को समझना चाहिए की अगर कांग्रेस ने अपनी पार्टी को अंदरुनी रुप से दुरुस्त नही किया तो कांग्रेस इस देश मे इतिहास का एक किस्सा मात्र बनकर रह जाएगी.