सिविल लाइंस में ईट आन रेस्टोरेंट के मालिक नफीस के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है. उसके हालिया लेनदेन की भी छानबीन की जा रही है. उमेश पाल की हत्या से पहले नफीस और करीबियों के खातों से जिनको पैसे ट्रांसफर किए गए थे, उन सबसे पूछताछ की जा रही है. एक और बात पता चली है कि हत्या में प्रयुक्त कार को नफीस ने जिस रुखसार को ट्रांसफर किया था, वह उसकी करीबी रिश्तेदार है. पुलिस रुखसार की भी तलाश कर रही है.
उमेश पाल की हत्या में कातिलों ने जिस क्रेटा कार का प्रयोग किया था, वह पुलिस को चकिया में अतीक के घर के पास बरामद हुई थी. कार के चेचिस और इंजन नंबर से पता चला था कि गाड़ी ईट आन रेस्टोरेंट के मालिक नफीस अहमद थी. उसने कुछ महीने पहले करेली की रुखसार को गाड़ी बेच दी थी. पता चलते ही पुलिस ने रुखसार की तलाश में दबिश दी लेकिन उसके घर पर ताला लगा था. इसके बाद नफीस को हिरासत में ले लिया गया.
अपने रिश्तेदार को बेची थी कार
पहले तो नफीस ने कहा कि कार उसने बेच दी थी. वह कुछ भी नहीं जानता. बाद में पता चला कि रुखसार नफीस की ही करीबी रिश्तेदार है. ट्रांसफर करने के बाद भी गाड़ी नफीस ही रखता था. उसके बच्चे अक्सर इसी क्रेटा कार से घूमते थे. अब पुलिस शक जता रही है कि नफीस ने शूटरों को कार तो मुहैया कराई ही, फंडिंग भी की. पुलिस उमेश पाल की हत्या से पहले तीन महीने के सारे लेनदेन की जांच कर रही है. नफीस और उसके करीबियों के बैंक खातों को भी खंगाला जा रहा है. जांच के बाद पुलिस ने नफीस के कुछ करीबियों को उठाया है. उनसे भी पूछताछ की जा रही है.
हवाला एंगल की भी जांच
पुलिस नफीस के बैंक खातों के अलावा हवाला एंगल की भी जांच कर रही है. पुलिस ने हवाला का काम करने के शक में चौक एरिया से कई लोगों को उठाया है.