तेज प्रताप यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रमुख ने कहा, “तेज प्रताप यादव जब भी नेताजी से मिलते थे तो नेताजी उनको बहुत प्यार करते थे. अगर इस तरह की बात आई तो, क्योंकि मैंने न तो देखा है और न ही सुना. आज बजट था तो विधानसभा से निकल कर सीधा आपसे बात कर रहा हूं. आपने सवाल पूछा है तो पता चला है. स्वभाविक है कि नेताजी के प्रति उनका बहुत अलग स्नेह था.
क्या बोले तेज प्रताप यादव?
जबकि इससे पहले मंत्री तेज प्रताप यादव ने बताया, “मैं वृंदावन की तरफ जा रहा था. मुझे रास्ते में सैफई गांव मिला तो मैं वहां चला गया. मैंने एक अद्भुत नजारा देखा जिसमें मेरी आंखों में खुशी के आंसू आ गए.” इस संबंध में मंत्री ने एक पोस्ट भी लिखा है. फेसबुक पर लिखे पोस्ट को उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को भी टैग किया है. उन्होंने यही पोस्ट ट्विटर पर लिखा है.
लालू यादव के बेटे ने लिखा, “मैंने देखा कि नेताजी कुछ लोगों के साथ बैठे हुए थे. मुझे देख कर वो चौंक गए और बोले अरे आप यहां कैसे. उसके बाद मैंने उन्हें प्रणाम किया और कहा कि मैं वृंदावन जा रहा हूं तो सोचा आपके गांव भी होता चलूं. फिर नेता जी कहते हैं कि चलो आज आपको सैफई घुमाता हूं.”
आगे तेजप्रताप कहते हैं कि मैंने नेताजी को कहा कि आज सैफई साइकिल से घुमा जाए तो उन्होंने साइकिल मंगवाई और सभी को बोला कि आज तेज प्रताप जी के साथ गांव साइकिल से घूमने चलेंगे. नेताजी और मैं दोनों साइकिल से चल दिए. गांव की सैर पर कुछ दूर तक मैं गया तो एक पुल टूटा फूटा था. वहां एक औरत मिली, उसने पूछा नेता जी कहां जा रहे हैं तो नेताजी बोले में एक शादी समारोह में जा रहा हूं.