अमित शाह पश्चिमी चंपारण जिले के लौरिया में शनिवार को बीजेपी की रैली को संबोधित करेंगे. इसके बाद पटना में भी किसान-मजदूर समागम में हिस्सा लेंगे. दूसरी ओर महागठबंधन की भी पूर्णिया में शनिवार को महारैली है.
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि पूर्णिया में हम बड़ी जनसभा करने वाले हैं, जिसमें लाखों लोग जुटेंगे. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन से बीजेपी चिंतित है. उन्हें डर सता रहा है कि आगामी चुनाव में अपनी सीटें भी हार जाएंगी. इसलिए गृह मंत्री अमित शाह बार-बार बिहार का दौरा कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर दंगे भड़काने का आरोप लगाया और कहा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में जनता ने बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी समाज में घृणा फैला रही है. दूसरी तरफ हम शांति और सद्भाव का संदेश दे रहे हैं.
अमित शाह को बताना चाहिए कि केंद्र सरकार ने बिहार का बजट क्यों कम कर दिया है. बिहार के लिए विशेष पैकेज क्यों नहीं है? उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू छोड़ने पर क्या असर पड़ेगा, इस सवाल के जवाब में तेजस्वी ने कहा कि चुनाव पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. लोग सिर्फ नीतीश कुमार और लालू यादव के नाम पर वोट देते हैं, किसी और नाम से नहीं. कुशवाहा के जाने से कोई असर नहीं होगा.
साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में महासमर की शुरुआत हो चुकी है. शनिवार को एनडीए और महागठबंधन बिहार में दो बड़े आयोजन कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर पहली बार महागठबंधन के सभी सातों दल एकजुट होकर पूर्णिया में शक्ति प्रदर्शन करेंगे. वहीं दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री अमित शाह पश्चिमी चंपारण जिले के लौरिया और पटना में रैली करके बीजेपी के चुनाव प्रचार का शंखनाद करेंगे.