लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर पहली बार महागठबंधन के सभी सातों दल एकजुट होकर पूर्णिया में शक्ति प्रदर्शन करेंगे. वहीं दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री अमित शाह पश्चिमी चंपारण जिले के लौरिया और पटना में रैली करके बीजेपी के चुनाव प्रचार का शंखनाद करेंगे.
चंपारण में गरजेंगे अमित शाह
बिहार को शनिवार को 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन का पूर्वावलोकन मिलेगा, गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम चंपारण में एक रैली करेंगे और किसान आइकन को श्रद्धांजलि देंगे. वहीं, दूसरी ओर पूर्णिया में महागठबंधन अपनी सबसे बड़ी संयुक्त जनसभा आयोजित करेगा.
पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि नगर में रैली के साथ, अमित शाह राज्य के दूसरे क्षेत्र को कवर करेंगे. भाजपा नेताओं का कहना है कि उनकी योजना 2024 तक सभी की यात्रा करने की है. वहीं, महागठबंधन ने जनसभा के लिए पूर्णिया का चुनाव किया है.अमित शाह ने 23 सितंबर 2022 को उसी मैदान से बिहार के लिए भाजपा के 2024 अभियान की शुरुआत की थी, जहां जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस शनिवार को अपनी बैठक करेंगे.
अमित शाह की दो रैलियां
शनिवार को ही बीजेपी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दो बड़े कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है. शाह पश्चिम चंपारण जिले के लौरिया में साहू जैन स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं. बिहार के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान भारत नेपाल सीमा से सटे वाल्मीकिनगर में बीजेपी कोर कमेटी को संबोधित करने से पहले वह नंदनगढ़ में बुद्ध स्तूप का दौरा करेंगे. इसके बाद गृहमंत्री पटना में स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे. बाद में शाम को अमित शाह बिहार बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की अध्यक्षता करेंगे.
पूर्णिया में महागठबंधन की रैली
बिहार में सात दलीय महागठबंधन का यह पहला बड़ा शक्ति प्रदर्शन होगा. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वाम दलों के नेता शामिल होंगे.सिंगापुर से किडनी ट्रांसप्लांट के बाद दिल्ली लौटे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी इस रैली को डिजिटल रूप से संबोधित करेंगे. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा, “रैली का मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र को बचाना और देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नष्ट करने वाली ताकतों को बाहर करना है. हम चाहते हैं कि विपक्षी एकता बीजेपी के खिलाफ लड़े.
राजद सूत्रों ने कहा कि पार्टी क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति का प्रदर्शन करेगी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व को आगे बढ़ाएगी. यह किसी भी संयुक्त विपक्षी मोर्चे में जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार के लिए एक राष्ट्रीय भूमिका को भी बढ़ावा देने की कोशिश है.हालांकि, गठबंधन में कांग्रेस की उपस्थिति को देखते हुए और सभी को साथ लेने की आवश्यकता को देखते हुए, नीतीश को 2024 के लिए महागठबंधन के प्रधानमंत्री चेहरे के रूप में पेश किए जाने की बहुत कम संभावना है.
बीजेपी ने बताया संयोग
बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने कहा कि इस बात पर ज्यादा जोर नहीं देना चाहिए कि अमित शाह की रैली और महागठबंधन की बैठक एक ही दिन पड़ रही है. उन्होंने कहा, “यह सरासर संयोग है.
अमित शाह जी ने बहुत पहले ही घोषणा कर दी थी कि वो राज्य के सभी क्षेत्रों का दौरा करेंगे. उन्होंने पहले पूर्णिया और सारण का दौरा किया और अब यह चंपारण है. वह पटना में स्वामी सहजानंद सरस्वती की विरासत का भी जश्न मनाएंगे.